Justice Manmohan Takes Oath as Supreme Court Judge – A Look into His Journey
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Justice Manmohan Takes Oath as Supreme Court Judge – A Look into His Journey

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भारत के न्यायिक इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया जब Justice Manmohan ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। यह शपथ 5 दिसंबर को भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना द्वारा दिलाई गई। न्यायमूर्ति मनमोहन के सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त होने से न केवल अदालत की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि उनकी अद्वितीय योग्यता और अनुभव भारतीय न्यायिक प्रणाली को नई दिशा प्रदान करेंगे।


Justice Manmohan का परिचय

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

  • Justice Manmohan का जन्म 17 दिसंबर 1962 को हुआ।
  • वह प्रसिद्ध पूर्व राज्यपाल जगमोहन मल्होत्रा के पुत्र हैं।
  • उनकी शिक्षा में कानून के क्षेत्र में गहरी रुचि और समझ दिखाई दी, जिसने उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

उनके करियर का आरंभ

  • 18 जनवरी 2003 को दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता (Senior Advocate) के रूप में नामांकित किया।
  • 13 मार्च 2008 को उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
  • 17 दिसंबर 2009 को उन्होंने स्थायी न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला।
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सुप्रीम कोर्ट में Justice Manmohan का योगदान

नियुक्ति की प्रक्रिया

  • 23 नवंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने Justice Manmohan को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त करने की सिफारिश की।
  • 3 दिसंबर 2023 को भारत सरकार ने उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की।
  • उनके नियुक्त होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 33 हो गई है, जबकि स्वीकृत क्षमता 34 जजों की है।

हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

  • सितंबर 2023 में वह दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने।
  • 9 नवंबर 2023 से उन्होंने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में जिम्मेदारी संभाली।

उनके फैसले और न्यायिक दृष्टिकोण

प्रमुख निर्णय

Justice Manmohan ने कई महत्वपूर्ण मामलों में अपने निष्पक्ष और सटीक फैसलों के लिए सराहना प्राप्त की है। उनके निर्णय समाज को न्याय की दिशा में प्रेरित करते हैं।

  • उनके कुछ उल्लेखनीय निर्णय सामुदायिक सामंजस्य बनाए रखने और धार्मिक स्थलों के मामलों से जुड़े रहे हैं।
  • उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि places of worship से जुड़े कानूनों का सही तरीके से पालन हो।

दिल्ली हाई कोर्ट में योगदान

दिल्ली हाई कोर्ट में उनके कार्यकाल के दौरान:

  • उन्होंने न्यायपालिका की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए कई सुधार लागू किए।
  • उन्होंने समाज के संवेदनशील वर्गों के लिए न्याय सुलभ बनाने में अहम भूमिका निभाई।

उनकी नियुक्ति का महत्व

न्यायपालिका में विविधता

  • वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली हाई कोर्ट का प्रतिनिधित्व केवल एक जज कर रहा है।
  • उनकी नियुक्ति से न केवल न्यायपालिका में संतुलन आएगा, बल्कि उनका अनुभव नई दृष्टिकोण भी लाएगा।

अनुभव और योग्यता

  • Justice Manmohan की वरिष्ठता और न्यायिक अनुभव ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाया।
  • उनका योगदान आने वाले वर्षों में भारतीय न्यायपालिका को मजबूत करेगा।
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सारणी: Justice Manmohan की प्रमुख जानकारी

विषयजानकारी
जन्म तिथि17 दिसंबर 1962
पिता का नामजगमोहन मल्होत्रा
उच्च न्यायालय नियुक्ति13 मार्च 2008
मुख्य न्यायाधीश नियुक्तिसितंबर 2023
सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति5 दिसंबर 2023
सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या33/34

FAQs

1. Justice Manmohan कौन हैं?

Justice Manmohan सुप्रीम कोर्ट के नव-नियुक्त जज हैं, जिन्होंने 5 दिसंबर 2023 को शपथ ली।

2. उनकी नियुक्ति कब हुई?

उन्हें 3 दिसंबर 2023 को भारत सरकार द्वारा नियुक्त किया गया और 5 दिसंबर को उन्होंने शपथ ली।

3. Justice Manmohan के पिता कौन थे?

उनके पिता जगमोहन मल्होत्रा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल और दिल्ली के उपराज्यपाल रह चुके हैं।

4. Justice Manmohan का योगदान क्यों महत्वपूर्ण है?

उनकी नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट में विविधता लाने और न्यायपालिका को नई दिशा देने में सहायक होगी।

5. उनके करियर का प्रमुख पड़ाव क्या है?

दिल्ली हाई कोर्ट में उनका कार्यकाल और वहां दिए गए उनके फैसले उनके करियर के सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव रहे हैं।


निष्कर्ष:

Justice Manmohan की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति भारतीय न्यायपालिका के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके अनुभव, योग्यता और न्यायिक दृष्टिकोण से आने वाले समय में न्यायपालिका को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है। उनके सफर से यह साबित होता है कि ईमानदारी और मेहनत से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

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